2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल होने के दावे किए गए मुख्य दोनों पक्षों ने अच्छे प्रदर्शन के दावे किए
हाल में ही कर्नाटक विधानसभा के चुनाव संपन्न हुए जिसमें कांग्रेस को ऐतिहासिक जीत मिली है और भाजपा के लिए खतरे की घंटी सुनाई दे रही है हालांकि यह चुनाव जीतने के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में एड़ी चोटी का जोर लगाया था लेकिन जनता को कुछ और ही मंजूर था कांग्रेस को 135 भाजपा को 66 जेडीएस को 19 और अन्य के खाते में 4 सीटें गई संपूर्ण बहुमत से कांग्रेस से ज्यादा आगे पहुंच चुकी है जिसके कारण भाजपा के लिए सिर दर्द शुरू हो चुका है जबकि कांग्रेस चुनाव जीतने के बाद भी अपने मुख्यमंत्री का प्रत्याशी तय नहीं कर पा रही है सारे दावेदार दिल्ली में डेरा डाले हुए है कद्दावर नेताओं में आपसी खींचातानी चल रही है जिसे चलते आज 5 दिन हो गए मुख्यमंत्री का प्रत्याशी तय नहीं हुआ है
तो दूसरी तरफ भाजपा की सारी रणनीतियां कर्नाटक में फेल होती हुई दिखी कर्नाटक में भाजपा ने सबसे बड़ा दांव बजरंगबली का खेला था लेकिन वह दाव भी असफल हुआ और कांग्रेस को भी जीत प्राप्त हुई भाजपा के कद्दावर नेताओं ने कई रैलियां रोड शो किए जिसमे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ग्रह मंत्री अमित शाह जे पी नड्डा जैसे लोगो ने भी एड़ी चोटी का जोर लगाया था पर सारी मेहनत धरी रहे गई अन्य स्थानिक कई मुद्दों के ऊपर भी प्रचार प्रसार किया लेकिन जनता ने कांग्रेस को चुना कर्नाटक चुनाव में भारत जोड़ो यात्रा का भी असर देखा जा सकता है भारत जोड़ो यात्रा 21 दिन कर्नाटक मेसे गुजरी थी जिसके कारण सामान्य लोग कांग्रेस से नजदीक आए और कांग्रेस को चुना जबकि भाजपा के लिए आगे की रणनीति बनाना बहुत ही कठिन हो चुका है
जबकि कर्नाटक के चुनाव में भी EVM के ऊपर कई सवालिया निशान खड़े हुए थे और कई जगह अवैध तरीके से EVM फेरबदल की शिकायतें देखने को मिली थी अगर भाजपा की बात करें तो दक्षिण के राज्यों में भाजपा का पहले से ही कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है येदुरप्पा के चलते भाजपा को सफलताएं मिलती थी पर इस समय येदुरप्पा भी हाशिए पर होने से उनके समर्थकों में भी कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिला था इन सारे बिंदुओं को घटाया ए या बढ़ाया जाए तो मोटे मोटे तौर पर कर्नाटका परिणाम बहुत कुछ कह जाता है और आने वाले समय में भारत की राजनीति किस तरफ जाएगी इसके भी हनुमान लगाए जा सकते हैं