गुजरात में पिछले कई समय से ड्रग्स की तस्करी के कई मामले सामने आए हैं इसमें आज एक मामले की ज्यादा बढ़ोतरी हुई कच्छ जिले के दीनदयाल पोर्ट के बाहर एक निजी कंटेनर फ्रेड स्टेशन (CFS) मैं से 250 किलो ड्रग्स बरामद की गई है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 2500 से 3000 करोड़ आंकी जा रही है यह ड्रग्स का कंसाइनमेंट अफगानिस्तान से आया हुआ माना जा रहा है जबकि इस ही कंसाइनमेंट के कई और कंटेनर की जांच अभी जारी है जिसमें से भी कई किलो ड्रग्स बरामद हो सकती है दीनदयाल पोर्ट में कई तरह की सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद भी इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स का बरामद होना दीनदयाल पोर्ट के सुरक्षा पर कई सवालिया निशान खड़े कर रहा है दीनदयाल पोर्ट में से निकलने वाला यह कंसाइनमेंट पकड़ा गया लेकिन ऐसे कितने ही कंसाइनमेंट भारत में आ चुके होंगे जोकि भारत की भावी पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए काफी है गुजरात के कोस्टल विस्तार की बात करें तो पूर्व में अदानी पोर्ट से करीबन 25000 करोड़ रुपए का ड्रग्स बरामद किया गया था वह मामला दबा दिया गया जबकि समय अंतराल पर नारायण सरोवर से कांडला तक के विस्तार में कई बार लावारिस हालत में समंदर में कई ड्र्ग्स के पैकेट बरामद किए गए हैं
DRI और ATS के मिले-जुले ऑपरेशन में यह ड्रग्स बरामद हुई है हालांकि DRI , ATS और पुलिस की तरफ से आधिकारिक सूचना नहीं मिली है जो कि शायद अभी तफ्तीश चालू होने की वजह से जानकारी नहीं दी जा रही समाचार लिखने तक FIR भी नहीं की गई शायद अभी भी बड़े स्तर पर तफ्तीश हो रही है
अगर इतिहास में नजर डालें तो अदानी पोर्ट से भी पिछले दिनों बहुत बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद की जा चुकी है दीनदयाल पोर्ट के बाहर से भी यह बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई है और कई अवैध और लावारिस पैकेट भी समंदर में से बरामद हो चुके हैं इसका मतलब यह निकाला जाए कि गुजरात के कई बंदरगाहों पर ड्रग्स की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है जबकि इस समय स्पेशल ऑपरेशन से यह ड्रग्स पकड़ा गया है लेकिन इस ऑपरेशन से पूर्व कई हजार किलो ड्रग्स भारत में घुसा दिया गया होगा वह भारत की आने वाली पीढ़ियों के लिए विनाशक साबित हो सकता है इस नाजायज धंधे का दूसरा पहलू यह भी है की भारत में ड्रग्स खरीदना और बेचना आसान हो गया है इसलिए अन्य वस्तुओं की आड में ड्रग्स भेजा जा रहा है भारत की सुरक्षा एजेंसियां शायद इसको गंभीरता से नहीं ले रही इसलिए इतने बड़े पैमाने पर भारत में ट्रक्स की सप्लाई हो रही है
अब देखने वाली बात यह है कि भारत सरकार इस ड्रग्स के मामले को गंभीरता से ले रही है या फिर भारत की आने वाली पीढ़ियों को बर्बादी की तरफ धकेल रही है